हमारे हिन्दू धर्म में शंख को बेहद ही पवित्र माना गया है | पूजा पाठ में शंख का वादन आवश्यक रूप से किया जाता है | वैसे तो शंख कई प्रकार के होते है | लेकिन उच्च श्रेणी के प्रमुख शंख 3 प्रकार के बताये जाते है, जिनमे वामावर्ती, दक्षिणावर्ती और मध्यवर्ती शंख शामिल है | इन शंखो में एक कामधेनु शंख के बारे में भी बताया जाता है, जो कि बेहद दुर्लभ क़िस्म का होता है | ये शंख गाय के मुख के सम्मान होता है, जिस वजह से इसे कामधेनु शंख कहा जाता है |
वैसे मान्यताओं के अनुसार इस शंख को बेहद ही चमत्कारी माना गया है, इससे कई प्रकार के शुभ फल प्राप्त होते है | आज हम आपको इन्ही शुभ फलो के बारे में बताने जा रहे है |
घर में कामधेनु शंख रखने से लाभ
मान्यताओं के अनुसार कामधेनु शंख बेहद ही शुभ होता है | घर में इस शंख को रखने वाले लोगो पर माँ लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है | प्राचीन कथा के अनुसार महर्षि पुलस्त्य और ऋषि वशिष्ठ ने माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए इसी शंख से पूजा की थी | जिसके बाद उन पर माँ लक्ष्मी की कृपा बरसी थी |
मनोकामना पूरी
कामधेनु शंख मनोकामना पूर्ति के लिए जाना जाता है | घर में रोजाना पूजा पाठ के दौरान इस शंख का प्रयोग करने से मनोकामना पूर्ण होती है | यदि आप अपनी किसी इच्छा की पूर्ति करना चाहते है, तो आप कामधेनु शंख का पूजा में अवश्य प्रयोग करे |
मोक्ष प्राप्ति
कामधेनु शंख को बेहद ही शक्तिशाली बताया गया है | कामधेनु शंख में 33 कोटि देवी देवताओ का समाहन माना जाता है | ऐसा माना जाता है कि इस शंख का दान करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है | इसीलिए आप भी किसी शुभ अवसर पर मंदिर में कामधेनु शंख का दान अवश्य करे |
टिकेगा धन
यदि आपके घर में धन नहीं टिक पाता है | आये दिन नए खर्चे सामने आते रहते है, तो आप धन रखने के स्थान या तिजोरी में कामधेनु शंख भी रखे | इससे आप पर माँ लक्ष्मी की कृपा बरसेगी और धन भी टिकेगा |
मनोबल में वृद्धि
कामधेनु शंख को मनोबल, मानसिक शक्ति और तर्कशक्ति में वृद्धि करने वाला बताया गया है | कामधेनु शंख की पूजा करने से मनुष्य का मानसिक बल बढ़ने लगता है | इसीलिए आप भी कामधेनु शंख की पूजा करे | इसके लिए आप कामधेनु शंख को शुद्ध जल से साफ़ कर, सफ़ेद कपडे पर रखे | अब शंख पर फूल अर्पित करे और समीप दीपक जलाये | फिर आप इस मंत्र का जाप करे | "ऊँ नमः गोमुखी कामधेनु शंखाय मम् सर्व कार्य सिद्धि कुरु-कुरु नमः।"